जम्मू-कश्मीर में बंद के दौरान फोटोग्राफी करने पर मिला पुलित्जर अवार्ड
नई दिल्ली। इस साल के पुलित्जर पुरस्कार के विजेताओं की सूची में शामिल भारत के तीन फोटो जर्नलिस्ट्स ने पिछले साल जम्मू-कश्मीर में बंद के दौरान उल्लेखनीय तस्वीरें उतारी थीं। तीनों फोटो जर्नलिस्ट्स यासीन डार, मुख्तार खान और चन्नी आनंद जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं और अपनी इन तस्वीरों के लिए ही उन्हें पुलित्जर अवार्ड हासिल हुआ। एक साथ देश के तीन फोटो जर्नलिस्ट्स को पुलित्जर अवार्ड मिलने का यह पहला अवसर है।
फोटो जर्नलिस्ट्स यासीन डार, मुख्तार खान और चन्नी आनंद
अंतरराष्ट्रीय न्यूज एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, तीनों फोटो जर्नलिस्ट्स को पिछले साल अगस्त में जम्मू-कश्मीर में धारा-370 के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने के बाद क्षेत्र में जारी बंद के दौरान सराहनीय काम करने के लिए 2020 पुलित्जर पुरस्कार में ‘फीचर फोटोग्राफी' की श्रेणी में सम्मानित किया गया है। यह सभी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के लिए काम करते हैं। यासिन और मुख्तार श्रीनगर में रहते हैं, जबकि आनंद जम्मू जिले के निवासी हैं। चन्नी आनंद पिछले 20 सालों से एपी के साथ जुड़े हुए हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल 5 अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों में संशोधन किया था, जिसके बाद पूरे प्रदेश को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था। इस साल ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’, ‘एंकरेज डेली न्यूज’, ‘प्रो पब्लिका’ को भी पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। तीनों को अमेरिका में भ्रष्टाचार, कानून प्रवर्तन, यौन हिंसा और नस्लभेद जैसे विषयों पर पड़ताल करती रिपोर्ट्स के लिए पुरस्कार मिले। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ को तीन पुरस्कार मिले। इनके अलावा ‘द न्यूयॉर्कर’, ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’, ‘एसोसिएटेड प्रेस’, ‘द लॉल एंजेलिस टाइम्स’, ‘द बाल्टिमोर सन’, ‘द फीलिस्तीन हेराल्ड प्रेस’ को भी अलग-अलग खबरों के लिए पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
पुलित्जर पुरस्कार की शुरुआत 1917 में की गई थी। यह अमेरिका का एक प्रमुख पुरस्कार है, जो समाचार पत्रों की पत्रकारिता, साहित्य एवं संगीत रचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को दिया जाता है। पिछले साल यह पुरस्कार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ और ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके परिवार से संबंधित जानकारियां सामने लाने के लिए दिया गया था।