21वीं सदी के 101 श्रेष्ठ व्यंग्यकारों की रचनाओं का संग्रह लाने की योजना
जयपुर । देश के सक्रिय एवं श्रेष्ठ व्यंग्यकारों की प्रखर व्यंग्य रचनाओं को संग्रहित करने के उद्देश्य से प्रलेक प्रकाशन द्वारा "21वीं सदी के 101 श्रेष्ठ व्यंग्यकार” योजना लाई जा रही है । इस व्यंग्य संग्रह का संपादन देश के सुपरिचित व्यंग्यकार डॉ लालित्य ललित एवं व्यंग्य समालोचक,भाषाविद राजेश कुमार सहयोग करेंगे । संग्रह का लोकार्पण गांधी जयंती 2 अक्टूबर को किया जाएगा ।
योजना के तहत प्रेषित की जाने वाली व्यंग्य रचना 1500 से 2000 शब्दों की होनी चाहिए। व्यंग्य चयन का अधिकार सम्पादक के पास सुरक्षित रहेगा। रचनाएँ 15 अगस्त 2020 तक भेजी जा सकतीं हैं । व्यंग्यकार अपनी रचना इस ईमेल पर भेजें - drajeshk@yahoo.com
प्रलेक प्रकाशन समूह के निदेशक जितेंद्र पात्रो ने बताया कि डॉ लालित्य ललित देश के सक्रिय व्यंग्यकार हैं । उनके अनेक व्यंग्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं । हाल ही में उनका चर्चित संग्रह - "चाटुकार कलवा" नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में लोकार्पित हुआ था, जिसका प्रकाशन क्रिएटिव आर्ट, दिल्ली ने किया है। दूसरा संचयन "अब तक 75" प्रेस में भेजा जा चुका है, जिसका प्रकाशन इंडिया नेटबुक्स, नोयडा कर रहा है, और जो प्रकाशन पूर्व ही खासा चर्चा का विषय बन चुका है।
लालित्य ललित इस समय के सर्वाधिक लोकप्रिय व चर्चित व्यंग्यकार है, जिनके 20 व्यंग्य संग्रह व अनेक व्यंग्य सम्पादन कार्य प्रकाशित हो चुके है, जिनमें हरीश नवल व प्रेम जनमेजय की श्रेष्ठ व्यंग्य रचनाओं का सम्पादन कार्य उल्लेखनीय है।