बीबीसी संवाददाता सलमान रावी को लॉकडाउन रिपोर्ट के लिए एशियन मीडिया अवॉर्ड
ब्यूरो रिपोर्ट
बीबीसी संवाददाता सलमान रावी को ब्रिटेन के 'एशियन मीडिया अवॉर्ड्स' ने लॉकडाउन के दौरान उनकी एक रिपोर्ट के लिए सम्मानित किया है। इस संस्थान ने सलमान रावी को मई 2020 में किए उनके एक फ़ेसबुक लाइव के लिए सम्मानित किया है। उस फ़ेसबुक लाइव में सलमान ने दिल्ली के रास्ते अपने-अपने गाँवों को लौट रहे दिहाड़ी मज़दूरों से बात की थी। लाइव के दौरान ही उनकी मुलाक़ात परिवार के साथ सफ़र कर रहे एक मज़दूर से हुई जो हरियाणा के अंबाला से पैदल चलकर दिल्ली पहुँचा था और आगे मध्य प्रदेश में अपने गाँव तक जाना चाहता था।
बीबीसी हिन्दी के इस फ़ेसबुक लाइव में उस मज़दूर
ने कहा था कि 'गर्मी में पैदल चलते-चलते उनकी चप्पलें टूट गईं, पर उन्हें कैसे
भी अपने घर पहुँचना होगा।' यह सुनकर सलमान रावी ने
लाइव कार्यक्रम के दौरान ही उस मज़दूर को अपने जूते दे दिए।
इस पूरे वाकये को एशियन मीडिया अवॉर्ड्स ने
'वर्ल्ड न्यूज़
मोमेंट्स' के तौर पर नामांकित किया है। संस्थान ने कहा है कि "बीबीसी
संवाददाता सलमान रावी ने जिस सहज भाव से, बिना कुछ सोचे समझे उस
मज़दूर की मदद की, वह उनके स्वाभाविक दया भाव और अनुग्रह को दर्शाता है। साथ ही, लॉकडाउन के दौरान
भारतीय श्रमिकों को किन परेशानियों का सामना करना पड़ा, उनकी रिपोर्ट यह
भी दिखाती है।" बीबीसी हिन्दी का यह लाइव वीडियो ना सिर्फ़ बीबीसी के प्लेटफ़ॉर्म्स
पर,
बल्कि अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी लाखों बार देखा गया है। वीडियो जर्नलिस्ट
पीयूष नागपाल ने सलमान रावी की इस रिपोर्ट को अपने कैमरे में शूट किया था।
सलमान रावी बीबीसी हिन्दी सेवा के संवाददाता
हैं। क़रीब 30 वर्ष से वे पत्रकारिता के पेशे में हैं और प्रसारण के सभी माध्यमों-
रेडियो, टीवी और ऑनलाइन के लिए काम कर चुके हैं।
एशियन मीडिया अवॉर्ड्स से बात करते हुए सलमान
रावी ने कहा, "एक पत्रकार के तौर पर, वो बहुत ही मुश्किल समय
था। लाइव शो के दौरान मैं उस मज़दूर को पैसे नहीं दे सकता था। कम से कम जो मैं कर सकता
था,
वो था उस बिलखते-लाचार पिता को अपने जूते ऑफ़र करना जिनकी गोद में एक बच्चा था, उनकी पूरी गृहस्थी
एक गठरी में बंधी हुई थी और उसी हालत में उन्हें पैदल क़रीब 200 किलोमीटर का सफ़र और
तय करना था। ऐसे में एक इंसान के तौर पर, इतना तो किया ही जा सकता
था।"
इस वर्ष का 'एशियन मीडिया अवॉर्ड' समारोह गुरुवार, 19 नवंबर को डिजिटल
रूप से करवाया गया। एशियन मीडिया अवॉर्ड से सम्मानित होने वाले पत्रकारों में कृष्णन
गुरु मूर्ति, वारिस हुसैन, मेहदी हसन, नीना वाडिया, अनिता रानी, शोभना गुलाटी और
फ़ैसल इस्लाम शामिल हैं।