4 फिल्म मीडिया यूनिट का नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया में विलय
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सिनेमा क्षेत्र को मजबूती देने के लिए 4 फिल्म मीडिया यूनिट को मिलाकर एक बना दिया है। इनमें फिल्म्स डिवीजन ऑफ इंडिया, डायरेक्टरेट ऑफ़ फिल्म फेस्टिवल्स, नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ इंडिया और चिल्ड्रन फिल्म सोसायटी शामिल है। इन सभी का विलय नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया में कर दिया गया हैl
इस बारे में बताते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'हमने चारों फिल्म डिवीजन का विलय नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कारपोरेशन
ऑफ इंडिया में करने का निर्णय लिया है, ताकि एनर्जी और एफिशिएंसी
के साथ इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने में सहायता मिल सके और भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों
पर ले जाया जा सके। दरअसल इस पहल का मुख्य उद्देश्य रिसोर्सेज का सही उपयोग करना
भी है, ताकि हर मीडिया यूनिट अपनी एनर्जी और एफिशिएंसी के साथ काम कर
सकेl'
फिल्म्स डिवीजन ऑफ इंडिया 1948 में बना और
इसकी भूमिका सरकारी कार्यक्रमों पर न्यूज और मैगजीन बनाना है। इसके अलावा सिनेमैटिक
रिकॉर्ड का रख-रखाव करना भी हैl चिल्ड्रन फिल्म सोसायटी
की भूमिका बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरक फिल्मों के माध्यम से मनोरंजन करना हैl इसकी स्थापना
1955 में की गई थीl
नेशनल सिनेमा आर्काइव ऑफ़ इंडिया का गठन
1964 में किया गया था और इसका काम भारतीय सिनेमा के विरासत को जमा कर संरक्षित करने
का हैl डायरेक्टरेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल को 1973 में बनाया गया था और
इसका मकसद भारतीय फिल्मों के माध्यम से सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का हैl एनएफडीसी का गठन
1975 में किया गया था ताकि भारतीय फिल्म उद्योग को योजनाबद्ध तरीके से एकीकृत विकास
किया जा सकेl