स्कूली पाठ्यक्रम आधारित 100 से अधिक कॉमिक्स पुस्तकों की शुरुआत
- ब्यूरो रिपोर्ट -
नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल
'निशंक' ने सीबीएसई स्कूलों
के शिक्षकों और छात्रों द्वारा बनाई गई एनसीईआरटी की 100 से अधिक पाठ्यक्रम
आधारित कॉमिक्स पुस्तकों की शुरुआत की। इन कॉमिक्स को दीक्षा वेब पोर्टल (diksha.gov.in)
पर ऑनलाइन एक्सेस के लिए उपलब्ध कराया गया है। इन्हें किसी भी एंड्रॉयड स्मार्टफ़ोन
पर दीक्षा ऐप के माध्यम से भी देखा जा सकता है। कॉमिक्स को एक नए व्हाट्सएप-संचालित
चैटबॉट के माध्यम से भी एक्सेस करने की सुविधा भी प्रदान की गई है। चैटबॉट डिजिटली
सीखने के दायरे का विस्तार करने के लिए एक अनूठा मंच उपलब्ध कराता है। इस अवसर पर, केंद्रीय मंत्री
ने सीबीएसई योग्यता-आधारित शिक्षा परियोजना के हिस्से के रूप में विज्ञान, गणित और अंग्रेजी
कक्षाओं के लिए सीबीएसई मूल्यांकन फ्रेमवर्क भी लॉन्च किया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पाठ्य पुस्तक
से सीखने से लेकर अवधारणाओं को समझने और वास्तविक-विश्व तथा दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों
के साथ संबंध बनाने तक को बढ़ावा देती है। यह रट्टा लगाकर सीखने की तुलना में सभी रचनात्मक
और आउट-ऑफ-द-बॉक्स सोच को और अधिक प्रोत्साहन देता है। इसलिए, इस संदर्भ में, ग्रेड 3 से 12 में एनसीईआरटी
पाठ्य पुस्तकों के अध्यायों से जुड़ी कॉमिक पुस्तकों को नवीन शैक्षणिक संसाधनों के
रूप में विकसित किया गया है। 12 राज्यों / केंद्रशासित
प्रदेशों, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, जम्मू, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और उत्तराखंड
में स्कॉलिस्टिक (भाषा), ललित कला, प्रदर्शन कला और
सूचना प्रौद्योगिकी के संकायों द्वारा ये कॉमिक्स पुस्तकें विकसित की गई हैं। कॉमिक्स
को एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों के विषयों के साथ जोड़ा गया है और इसमें विशिष्ट कहानी
और चरित्र होते हैं जिनसे छात्र तथा शिक्षक संबंधित हो सकते हैं।
प्रत्येक कॉमिक पुस्तक को वर्कशीट द्वारा समर्थित
छोटे विषयों में विभाजित किया गया है और यह सीखने के उद्देश्यों तथा परिणामों के साथ
काम करता है। यह एक रैखिक प्रगति में बनाया गया है जो बुनियादी अवधारणाओं को समझने
एवं सीखने के अंतराल को कम करने में मदद करेगा।
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय में स्कूल शिक्षा
एवं साहित्य विभाग की सचिव श्रीमती अनिता करवाल, सीबीएसई के अध्यक्ष
श्री मनोज आहूजा ने इस समारोह में भाग लिया। इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ
अधिकारियों, स्वायत्त निकायों, स्कूल के शिक्षकों, प्रधानाचार्यों
और छात्रों ने भी हिस्सा लिया।